E-Auction & E-Learning
E-Auction
E-Auction, ई-कॉमर्स की प्रमुख Technology में से एक Technology है. E-Auction, Electronic रूप से किसी वस्तु की नीलामी की प्रक्रिया है. पारम्परिक रूप से पहले यदि किसी वस्तु, प्रोडक्ट, स्थान इत्यादि की बोली लगाने के लिए सभी को एक स्थान पर एकत्रित होने की आवश्यकता होती थी.
एक स्थान पर एकत्रित होकर बोली लगाने में समय की बर्बादी होती थी. लेकिन आज के समय में इन्टरनेट के माध्यम से किसी प्रोडक्ट, वस्तु, स्थान इत्यादि की बोली घर बैठकर ही लगायी जा सकती है.
इसके लिए इन्टरनेट पर उस Website को Search करते है, जिसे किसी प्रोडक्ट, वस्तु, स्थान इत्यादि की बोली लगाने के लिए बनायी गयी है.
उस Website पर जाकर अपने एमाउंट की बोली को हिट करते है.
इस तरह सभी व्यक्तियों के द्धारा किये गए हिट से बोली के बारे में पता लग जाता है और सबसे ज्यादा एमाउंट की बोली को वह प्रोडक्ट आइटम इत्यादि नीलाम कर दिया जाता है इस तरह समय की बचत होती है
eAuction India
eAuction India एक ऐसा Platform है जो सरकारी विभागों को विभिन्न उत्पादों की बिक्री और खरीद के लिए Online नीलामी आयोजित करने की अनुमति देता है.
राष्ट्रीय Information विज्ञान केंद्र (NIC) प्लेटफ़ॉर्म विकसित और होस्ट करता है, जिसमें नीलामी से राजस्व बढ़ाने में मदद करने के लिए एक सुरक्षित इंजन है.
ई-नीलामी भारत सभी हितधारकों के लिए एक पारदर्शी और लाभकारी स्थिति प्रदान करता है.
खरीदारों को Online बोली से लाभ हो सकता है, जबकि सरकारी वस्तुओं को एक्सपोज़र और राजस्व प्राप्त हो सकता है.
URL – https://eauction.gov.in/
Types of E-Commerce,Technologies (ई-कामर्स के प्रकार, टेक्नोलॉजी)
E-Learning
ई-कॉमर्स का प्रयोग न केवल Shopping, बिजनेस या फिर Banking के क्षेत्र में किया जाता है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान है.
ई-लर्निंग, इन्टरनेट के माध्यम से किसी टॉपिक के बारे में सम्पूर्ण Information प्राप्त करने की प्रक्रिया है. आज के समय में इन्टरनेट के माध्यम से हम किसी विषय, टॉपिक इत्यादि की Information को विस्तृत रूप में देख सकते है.
ई-लर्निंग, Electronic रूप से घर बैठे ही Video कांफ्रेसिंग के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने की प्रक्रिया भी है.
ई-लर्निंग का उपयोग शिक्षा और व्यावसायिक विकास दोनों के लिए किया जा सकता है.
यह विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का एक वैकल्पिक तरीका है और कक्षाओं में जाने के बजाय, आप घर पर या जहाँ भी आप चाहें, Internet के माध्यम से अध्ययन करते हैं.
ई-लर्निंग में Static और Interactive तरीके शामिल हो सकते हैं.
Static तरीकों में शामिल हैं:
Learning portals
Hyperlinked pages
Screen cam tutorials
Streamed audio and video
Live web broadcasts etc.
Interactive तरीकों में शामिल हैं:
Discussion forums
Chats
Desktop video conferencing etc.
Conclusion (निष्कर्ष)
उम्मीद है आपको ये जानकारी अच्छे से समझ आ गई होगी. यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या है तो आप मुझे फीडबैक दे सकते है.