UPS क्या है, इसके कार्य, भाग एवं प्रकार
नमस्कार दोस्तों, क्या आप UPS के बारे में जानते है, UPS क्या है, यह कैसे काम करता है, इसमें कौन-कौन से भाग होते है, यह कितने घंटे का बैकअप देता है, इन सभी प्रश्नों के उत्तर आप इस पोस्ट में मिलेगा, तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े और अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर करें.
UPS क्या है
- UPS- Uninterruptible Power Supply
- यह एक Electronic Device है इसके अंदर विभिन्न Electronic Parts के साथ- साथ Battery भी Connect होती है.
- UPS का उपयोग तब किया जाता है जब Power Supply बंद हो जाती है.
- अचानक होने वाली Power Supply समस्या से बचने के लिए UPS का प्रयोग किया जाता है ताकि हम जिस डाटा पर काम कर रहे है उसके Loss से बचा जा सके.
- बाजार में कई प्रकार के UPS उपलब्ध होते है जिनका प्रयोग उद्देश्य के अनुसार किया जाता है.
- UPS मूल रूप से बैटरी के साथ-साथ एक Inverter भी है जिसका प्रयोग Electronic Devices जैसे PC, Server, Audio, video Devices आदि के लिए बैटरी बैकअप के रूप में किया जाता है.
- कुछ UPS Stabilizer के साथ भी आते है जिससे वोल्टेज की समस्या से आसानी से बचा जा सकता है.
- UPS कम्प्युटर को 20 से 40 मिनट तक पॉवर दे सकता है, तब तक आप अपने फाइलों व डॉक्यूमेंट्स को सेव कर सकते हैं और कम्प्युटर को सही तरीके से बंद भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहले UPS को चार्ज करना होता है।
What is Motherboard (मदरबोर्ड क्या है)
Functions Of UPS
- अचानक पावर कट होने की स्थिति में कम्प्युटर को बैकअप देता है।
- वोल्टेज की अनियमितता जेसे कभी कम वोल्टेज का आना या कभी ज्यादा वोल्टेज को स्थिर वोल्टेज में परिवर्तित कर बिजली की आपूर्ति करना।
- शॉर्ट सर्किट से सुरक्षा प्रदान करता है।
- गंभीर स्थितियों में अलार्म के द्वारा सूचना प्रदान करता है।
- विद्युत की अस्थिरता से होने वाली अन्य कई प्रकार की क्षति से System के सॉफ्टवेयर, Hardware एवं Data को सुरक्षित रखता है।
Parts of UPS
- Rectifier
- यह एक विद्युत उपकरण है, जो कि AC को DC में परिवर्तित करने का कार्य करता है। इसके अलावा यह बैटरी को चार्ज करने का भी काम करता है। रेक्टिफायर सर्किट में लगा होता है, यह वही से बिजली के वोल्टेज को कंट्रोल करके आपके System में ओवरलोड और बफरिंग होने से भी बचाता है।
- Battery
- UPS का कार्य कम्प्युटर को बैकअप देना है और इसके लिये बैटरी में ही पॉवर स्टोर होता है। रेक्टिफायर द्वारा बिजली के वोल्टेज को AC से DC में बदलने के बाद पॉवर बैटरी में सेव होता है।
- Inverter
- यह रेक्टिफायर के बिल्कुल उलट काम करता है। यह Direct current को alternative current में परिवर्तित करता है। इन्वर्टर डायरेक्ट कंरट को frequency के साथ अल्टरनेटिव कंरट में परिवर्तित करके regulate और filter करके आपके System में लोड कर देता है।
Types of UPS
- Standby UPS
- Standby Ferro UPS
- Standby Online Hybrid UPS
- Double Conversion Online UPS
- Delta Conversion Online UPS
Conclusion (निष्कर्ष)
उम्मीद है आपको ये जानकारी अच्छे से समझ आ गई होगी. यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या है तो आप मुझे फीडबैक दे सकते है.