What is E-Commerce, History and Scope

What is E-Commerce, History and Scope

Definition (परिभाषा)

  • ई-कॉमर्स, या इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स, वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद और बिक्री है.
  • ई-कॉमर्स 1990 के दशक की शुरुआत से ही अस्तित्व में है जब अमेज़ॅन सिर्फ किताबें बेचता था.
  • आज, यह एक अरबों डॉलर का उद्योग है जिसका 2024 में मूल्य 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है.
  • ई-कॉमर्स व्यवसाय-से-व्यवसाय, व्यवसाय-से-उपभोक्ता, उपभोक्ता-से-उपभोक्ता और उपभोक्ता-से-व्यवसाय सहित कई बाजार क्षेत्रों में काम करता है.
  • ई-कॉमर्स भौतिक सामान, Digital सामान और सेवाओं सहित कई रूप ले सकता है.
  • ई-कॉमर्स या ई-व्यवसाय इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन है; न केवल खरीदना और बेचना, बल्कि ग्राहकों के लिये सेवाएं और व्यापार के भागीदारों के साथ सहयोग भी इसमें शामिल है.
  • बुनियादी ढांचे, उपभोक्ता और मूल्य वर्धित प्रकार के व्यापारों के लिए इंटरनेट कई अवसर प्रस्तुत करता है. अर्थात ऐसे सभी क्षेत्र जिनके माध्‍यम से ग्राहकों को सुविधायें देकर उसने आर्थिक लाभ लिया जाता है और ऐसे क्षेत्र भी जिसमें सीधे धन का आदान-प्रदान न कर विज्ञापन के माध्‍यम से आर्थिक लाभ मिल सकता है ई-कॉमर्स के अन्‍तर्गत आते हैं.
  • आज इंटरनेट के माध्‍यम से E-Commerce को Use करते हैं इसलिये जिन बेवसाइट का इस्‍तेमाल आप इस दौरान करते हैं वह ई-कॉमर्स बेवसाइट कहलाती हैं. Examples- Amazon, Flipkart, Shopify, Myntra, Ebay, Quikr, and Olx



History of E-Commerce

  • 1970 में EDI (electronic data inter change) तकनीक का प्रयोग करके ई-कॉमर्स को Introduce किया गया था. इसके माध्यम से व्यावसायिक दस्तावेजो जैसे – Purchase Order, Invoice को इलेक्ट्रोनिक रूप से भेजा जाता था. बाद में इसे अधिक गतिविधियों के रूप में Web Forms के Name से जाना जाने लगा.
  • इसका उद्देश्य Goods and Products की खरीददारी www के ऊपर http सर्वर के द्धारा ई-Shopping इलेक्ट्रोनिक भुगतान सेवाए इत्यादि करना था.
  • 1979 में, अमेरिकन नेशनल स्टैंडर्ड इंस्टीट्यूट ने ASC X12 को Electronic नेटवर्क के माध्यम से डॉक्यूमेंट को शेयर करने के व्यवसायों के लिए एक युनिवर्सल स्‍डैंडर्ड के रूप में विकसित किया था.
  • ई-कॉमर्स की हिस्‍ट्री को eBay और Amazon के बिना सोचना असंभव है जो Electronic ट्रान्जेकशन को शुरू करने वाली पहली इंटरनेट कंपनियों में से थे.
  • कंप्यूटर का प्रयोग हर क्षेत्र में अधिक से अधिक होने लगा है. बिजनेसमेन अपने व्यवसाय का विस्तार भी कंप्यूटर के माध्यम करने लगे है. इसके प्रयोग से कम समय में अधिक से अधिक कार्य संपन्न हो जाता है तथा कोई भी सूचना कम समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पूरी दुनिया को कही भी भेजी जा सकती है.
  • यह सूचना टेक्स्ट, ऑडियो, इमेज ग्राफ़िक्स इत्यादि फोर्मेट में हो सकती है. आज कल के व्यवसायी ई-कॉमर्स तकनीक का प्रयोग अपने अपने क्षेत्र में करके विश्व में अपना स्थान बनाने की कोशिश कर रहे है.



Scope of E-commerce

  • ई-कॉमर्स अब इंटरनेट पर किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण कार्य बन गया है बहुत सी Website में उनके उत्पादों और सेवाओं को Online खरीदने या आदेश करने की सुविधा उपलब्ध होती हैं
  • इन वेबसाइटों को विशेष रूप से ई कॉमर्स के लिए ही तैयार किया जाता है और इनमें किसी उत्पाद या Service का आदेश देने की विशेषताएं शामिल होते हैं.
  • इसमें वे सभी व्यापारिक गतिविधियां शामिल हैं जो इंटरनेट और अन्य कंप्यूटर नेटवर्कों का उपयोग करते हैं उदाहरण के लिए Electronic Fund Transfer, सप्लाई चैन मैनेजमेंट, ई मार्केटिंग, Online ट्रांजैक्शन प्रोसेसिंग, Electronic Data इंटरचेंज, ऑटोमेटेड इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम तथा ऑटोमेटेड Data कलेक्शन आदि गतिविधियां भी ई कॉमर्स का भाग मानी जाती है.

Advantages of E-Commerce

  • ई-कॉमर्स उपभोक्ताओं को सस्ते तथा क्वालिटी प्रोडक्ट्स को देखने का मौका देता है.
  • यह नेशनल तथा इंटरनेशनल दोनों मार्केट में बिजनेस एक्टिविटीज की डिमांड को बढाता है.
  • यह एक बिजनेस concern या व्यक्तिगत रूप से ग्लोबल मार्केट में पहुँचने के लिए समक्ष बनता है.
  • Online Shopping  सामान्यत: अधिक सुविधाजनक होती है तथा पारंपरिक Shopping  की अपेक्षा Time Saving होती है.
  • इसके माध्यम से छोटे एंटरप्राइजेज प्रोडक्ट्स की खरीददारी, बेचना तथा सर्विस के लिए ग्लोबल मार्केट में Access कर सकते है.
  • ई-कॉमर्स की सहायता से उपभोक्ता आसानी से एक specific प्रोडक्ट की रिसर्च कर सकते है तथा कभी-कभी whole sale कीमत पर प्रोडक्ट को खरीदने का अवसर भी प्राप्त कर लेते है.
  • बिजनेस की दृष्टि से ई-कॉमर्स मार्केटिंग, Customer केअर, प्रोसेसिंग इन्फोर्मेशन Storage तथा इन्वेंटरी मैनेजमेंट की कीमत में कटौती के लिए काफी महत्वपूर्ण है
  • ई-कॉमर्स Customer behavior से सम्बंधित इन्फोर्मेशन को इकट्टा करने तथा मैनेज करने में सहायक होते है जो एक प्रभावी मार्केटिंग तथा प्रमोशन रणनीति को डेवलप करने में सहायता करते है.
  • ई-कॉमर्स, बिजनेस में या व्यक्तिगत रूप से 24×7 के रूप में मार्केट में Access करने की सुविधा को प्रदान करता है. इस तरह यह बिजनेस में sales तथा प्रॉफिट को बढ़ावा देता है.



Disadvantages of E-Commerce

  • Lack of personal touch – ग्राहक उत्पादों को छू या देख नहीं सकते, जिससे वे नाखुश हो सकते हैं.
  • Technical issues – Website क्रैश, सुरक्षा उल्लंघन और Data हानि के परिणामस्वरूप बिक्री में कमी, ग्राहक असंतोष और कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान हो सकता है.
  • Delivery delay- कार्गो कंपनियाँ अक्सर ऑर्डर डिलीवरी करती हैं, जिससे देर से डिलीवरी होती है, डिलीवरी की उपेक्षा की जाती है या गलत तरीके से संबोधित किया जाता है, या कार्गो कंपनियों के कारण देरी होती है.
  • Security issues- हैकर्स ग्राहकों के क्रेडिट या डेबिट कार्ड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
  • Legal issues- कुछ देशों में उच्च कर ई-कॉमर्स स्टार्ट-अप के लिए एक प्रचलित चुनौती है.
  • Technical Literacy- उपभोक्ताओ को यह समझने में Problem होती है की वे ई-कॉमर्स के माध्यम से खरीददारी कैसे करे
  • Global Competition- ई-कॉमर्स ग्लोबल रूप से आपके लिए दरवाजा खोल देता है अत: ग्लोबल रूप से व्यापारियों के लिए कॉम्पटीशन बढ़ जाता है.
  • Fear ,Fraud, Shipping problems

Conclusion (निष्‍कर्ष)

उम्‍मीद है आपको ये जानकारी अच्‍छे से समझ आ गई होगी. यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्‍या है तो आप मुझे फीडबैक दे सकते है.

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