What is E-Marketing and E-Shopping
Digital Marketing (ऑनलाइन मार्केटिंग)
Definition (परिभाषा)
ऑनलाइन मार्केटिंग, जिसे Digital मार्केटिंग के रूप में भी जाना जाता है, Internet या अन्य Digital Communication Methods के माध्यम से ग्राहकों से जुड़ने का एक तरीका है. इसे और निम्नलिखित नामों से भी जाना जाता है :-
- Online Marketing
- Web Marketing
- Digital Marketing
- Search Engine Marketing
Examples of Online Marketing
- Website
- Search Ads
- Display Ads
- Social Media
- Search Engine Optimization (SEO)
- Content marketing
- Affiliate marketing
- Influencer marketing
- Blogging
Website
Online मार्केटिंग के लिए सबसे पहले तो कंपनी को अपनी Website डिजाइन करनी चाहिए जो उसके उद्देश्य, उत्पादों, सेवाओं, मिशन और विजन पर विचार करती है। Website दिलचस्प होनी चाहिए जिससे User या उपभोक्ता Website की ओर आकर्षित हो ।
Website सक्षम होने के लिए Website पर निम्नलिखित 7 C होनी चाहिए:
- Content: इसमें ग्राफिक्स, साउंड, टेक्स्ट और वीडियो हो सकते हैं।
- Context: इसका मतलब है Website का लेआउट और डिजाइन।
- Customization: यह ग्राहक की आवश्यकताओं के अनुसार रिजल्ट प्रदान करने की साइट की क्षमता को संदर्भित करता है।
- Communication: यह User के साथ दो-तरफ़ा कम्युनिकेशन स्थापित करता हैं।
- Community: यह User को User कम्युनिकेशन की सुविधा प्रदान करता है।
- Connection: एक साइट किस हद तक अन्य साइटों के लिंक प्रदान करती है।
- Commerce: एक साइट को वाणिज्यिक लेनदेन में भी सहायता करनी चाहिए।
Search Ads
Pay-Per-Click “Search ADS” का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। जब कोई विजिटर सर्च इंजन पर कोई शब्द खोजता है, तो विपणक का विज्ञापन या तो रिजल्ट के शीर्ष पर दिखाई देता है या उसके आगे |
मर्केटर और सर्च इंजन के एल्गोरिथ्म द्वारा बोली लगाने के आधार पर, खोजे गए Keyword के संबंध में इसके महत्व की पहचान होती हैं जब विजिटर विज्ञापनों पर क्लिक करता है, तो विज्ञापनदाता इसके लिए भुगतान करते हैं।
Search Engine Optimization उन गतिविधियों को जोर देता है जो इस संभावना को बेहतर बनाता है कि कोई विशेष लिंक सभी गैर-भुगतान लिंक के बीच शीर्ष पर दिखाई देगा जब विजिटर किसी विशेष कीवर्ड की सर्च करता है।
Display Ads
Display ads या Banner ads वह कहलाते हैं, जो एक छोटे आयताकार बॉक्स में दिखाई देते हैं, जिसमें Text और कभी-कभी ग्राफिक्स शामिल होते हैं, जो विशिष्ट वेबसाइटों पर प्लेसमेंट पर मर्केटर भुगतान करते हैं। लागत Website के ट्राफिक पर निर्भर करती है, जिसका अर्थ है विजिटर की संख्या जितनी अधिक होगी, लागत उतनी ही अधिक होगी।
ई-मेल उत्पादक और उचित बिक्री के लिए सबसे अच्छा Tool है क्योंकि यह विज्ञापनदाताओं को तुलनात्मक रूप से कम लागत पर बड़े दर्शक के साथ कम्यूनिकेट करने में सक्षम बनाता है।
Social Media Marketing
यह इन दिनों मार्केटिंग के उभरते हुए तरीकों में से एक है। उपभोक्ता अपने वीडियो, ऑडियो, Text और इमेज तथा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, पिनटेरेस्ट आदि के माध्यम से अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, परिचितों और कंपनियों के साथ शेयर करते हैं। यह विपणक को अपनी Online उपस्थिति बनाने और अपने ग्राहकों से सीधे जुड़ने की सुविधा प्रदान करता है।
Advantages of Online Marketing
Online मार्केटिंग से कंपनी तेजी से आगे बढ़ सकती है और मार्केटिंग एलिमेंट की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से लक्षित दर्शकों तक पहुंच सकती है।
Online मार्केटिंग, मार्केटिंग के पारंपरिक साधनों पर इसका प्रतिस्पर्धी लाभ है।
Online मार्केटिंग के माध्यम से यूनिक विजिटर की संख्या का पता लगाना आसान है।
प्रासंगिक प्लेसमेंट (Contextual placement) Online मार्केटिंग की महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक है, जिसमें मर्केटर उन वेबसाइटों पर विज्ञापन खरीद सकते हैं, जो अपने स्वयं के उत्पादों और सेवाओं के समान हैं।
विपणक Google पर ग्राहकों द्वारा टाइप किए गए कीवर्ड और बिंग और याहू जैसे अन्य खोज इंजनों के आधार पर, लक्षित दर्शकों तक पहुंचने के लिए विज्ञापन भी दे सकते हैं।
What is E-Commerce, History, Scope (ई-कामर्स क्या है, इसके फायदें एवं कमियां)
E-Shopping (ई-शॉपिंग)
ई-शॉपिंग, जिसे इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स (ई-कॉमर्स) के रूप में भी जाना जाता है, Internet पर उत्पादों और सेवाओं की खरीद और बिक्री है.
इसे कंप्यूटर, टैबलेट, स्मार्टफोन और अन्य स्मार्ट Devices पर संचालित किया जा सकता है. ई-शॉपिंग से संबंधित Website निम्नलिखित है:-
- Amazon
- Flipkart
- Shopify
- Myntra
- Ebay
- Quikr
- Olx
ई-Shopping भी ई-कॉमर्स की प्रमुख Technology में से एक है. ई- Shopping, घर बैठे ही इन्टरनेट के माध्यम से किसी भी कम्पनी के प्रोडक्ट को खरीदने की सुविधा को उपलब्ध कराती है.
पहले यदि हमें कोई प्रोडक्ट खरीदना होता था तो इसके लिए बाजार में उस प्रोडक्ट को शॉप पर जाना होता था, इसके लिए भी एक निश्चित समय सीमा शॉप के द्धारा निर्धारित होती थी.
आज के समय में हम घर पर बैठकर किसी भी समय अपने कम्प्यूटर पर इन्टरनेट के माध्यम से किसी भी कम्पनी के प्रोडक्ट को खरीद सकते है.
इसके लिए हम अपने कम्प्यूटर पर इन्टरनेट से Connect होने के पश्चात् इन्टरनेट एक्सप्लोरर में उस कम्पनी की Website को Search करते है.
जिस कम्पनी के प्रोडक्ट को खरीदना चाहते है. इसके पश्चात् स्क्रीन पर कम्पनी के प्रोडक्ट की लिस्ट प्रदर्शित होती है.
उसमे से इच्छित प्रोडक्ट को चुनते है, इस प्रोडक्ट का पेमेंट भी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, इन्टरनेट Banking के माध्यम से उसी समय कर सकते है कम्पनी के नियमो के अनुसार वह प्रोडक्ट एक निश्चित समय की अवधि में आपके द्धारा उपलब्ध कराये गए एड्रेस पर डिलीवर हो जायेगा.
इस तरह आपको वह प्रोडक्ट खरीदने के लिए शॉप पर जाने की जरुरत नही हुई. इसी तरह हम घर पर बैठकर ही अपनी इच्छानुसार खरीददारी किसी भी समय कर सकते है.
ई-कॉमर्स की इस व्यवस्था को ई-Shopping के Name से जाना जाता है.